यूपीईएस के दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावडेकर, प्रदेश के राज्यपाल डा. केके पाल, प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत मंच पर गाउन पहनकर बैठे हुए थे। इस बीच सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बिना गाउन पहने मंच पर पहुंचे।
अपने संबोधन में उन्होंने गाउन पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि जो गाउन दीक्षांत समारोह में पहने जा रहे हैं, वह फिरंगियों की पोशाक हैं। कब तक हम यह फिरंगियों की पोशाक पहनकर चलते रहेंगे। क्या हमारे देश में अपनी कोई पोशाक नहीं हो सकती। उन्होंने यूपीईएस से दीक्षांत समारोह के लिए भारतीय परिधान तैयार करने का आह्वान किया।
सीएम ने कहा कि यह परिधान भविष्य में पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह के लिए सरकार लागू करेगी। इसके बाद यह देशभर में लागू करने को केंद्र सरकार से बात भी की जाएगी। गाउन के बारे में सीएम की बात सुनकर सभी चुप रह गए, लेकिन सामने बैठे छात्र-छात्राओं ने सीएम के इस फैसले पर जमकर तालियां बजाईं।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का 17 जून को पहला दीक्षांत समारोह है। समारोह में विवि प्रशासन ने तय किया है कि वह छात्रों को गाउन के साथ ही पहाड़ की पहचान मफलर और टोपी भी देंगे।
विवि के कुलपति डा. उदय सिंह रावत ने बताया कि इसकी तैयारी पहले से ही की जा चुकी है। जो भी छात्र दीक्षांत समारोह में डिग्री लेंगे, उन्हें मफलर और टोपी पहनाई जाएगी।