हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र के गांव बीजापुर निवासी आशाराम (20) पुत्र रामफेर अपनी ननिहाल अहेरवा भावानी अमेठी गया था। रविवार को वह लौटा तो ठंड लगने के चलते वह बीमार हो गया। परिवारीजन आशाराम को उपचार के लिए कस्बा के एक निजी चिकित्सक के यहां उपचार के लिए ले गए। हालत गंभीर होने पर चिकित्सक ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मृतक (आशाराम) के भाई अंगनू व बालगोविंद ने बताया कि रिश्तेदारी से लौटने के बाद शाम को आशाराम ने पेट दर्द व तेज बुखार की शिकायत की थी। इस पर उसे उपचार के लिए चिकित्सक के यहां ले जाया
गया था। चिकित्सक ने बताया था कि आशाराम को तेज ठंड लगी है। इसी तहसील क्षेत्र के बरावां गांव में सोमवार की सुबह ईश्वरीदीन (60) पुत्र औसान की मौत ठंड लगने से हो गई।
ईश्वरीदीन के पुत्र कीर्तन ने बताया कि उसके पिता भोर में नित्यक्रिया के लिए खेत गए थे। वापसी में ठंड लगने से वह कांप रहे थे। उन्होंने सीने में दर्द की भी शिकायत की। ठंड से राहत दिलाने के लिए अलाव जलाने का प्रबंध किया गया। इसी बीच उन्हें उल्टी हुई इसके बाद वह अचेत होकर गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक (ईश्वरीदीन) के पुत्र कीर्तन ने बताया कि उसके पिता की मौत ठंड लगने कारण ही हुई है। अब तक ठंड लगने से जनपद में सात मौतें हो चुकी हैं। हालांकि प्रशासन ने अभी तक किसी मौत की पुष्ठि ठंड से होने की नहीं की है। इस संबंध में एसडीएम पंकज कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी। ठंड से मौत की पुष्टि होने पर पीड़ित परिवार को नियमानुसार सहायत दिलाई जाएगी।