Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

जानिए पाकिस्तान को ठिकाने लगाने वाले अजीत डोभाल और DGMO की सैलरी कितनी है?

भारतीय से ना की द्वारा उरी हमले का जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की गई जिसको सफल बनाने के लिए भारत के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, भारतीय सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने अपनी जी जान लगा दी।

img_20161204080203-1

  इन सभी लोगों की सैलरी को जानकर आप हैरान हो जाएंगे। सब लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर इन लोगों को ऐसा क्‍या मिलता है जो ये लोग दिन-रात देश की सुरक्षा में लगे रहते हैं। तो आज जान ही लीजिए इन जांबाजों की सैलरी कितनी है और कितना कमाते हैं ये लोग। 
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
अजीत डोभाल को हर महीने 1,62,500 रुपए सैलरी मिलती है वह पूरे पीओके में अंजाम दिए गए सर्जिकल ऑपरेशन के मास्टरमाइंड थे। भारत सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक अजीत डोभाल को हर महीने 1,62,500 रुपए सैलरी मिलती है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि अजीत डोभाल ने इससे पहले किसी ऑपरेशन को अंजाम न दिया हो। वह पहले भी भारत के कई खुफिया मिशन को वो सफल बना चुके हैं। 
सेना प्रमुख
जनरल दलबीर सिंह सुहाग-भारतीय सेना प्रमुख- प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री के साथ भारतीय सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने सर्जिकल ऑपरेशन में खासी भूमिका निभाई थी। सेना प्रमुख की मासिक सैलरी 2.50 लाख रुपए है।
डीजीएमओ
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह-डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन) मीडिया में सेना के सर्जिकल ऑपरेशन की जानकारी देने वाले डीजीएमओ रणबीर सिंह वॉर रूम से कमांड देते रहे। भारतीय सेना के इस जांबाज की मासिक सैलरी करीब 1 लाख 90 हजार होती है।
पैरा ट्रूप कमांडों पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकी ठिकानों में तबाह करने वाले जाबांज पैरा ट्रूप कमांडो की तनख्वाह जान आप भी चौंक जाएंगे। इन जांबाजों को सिर्फ 30 हजार रुपए मासिक मिलते हैं।
वहीं रक्षा मंत्री को अन्य सांसदों के बराबर ही सैलरी मिलती है मनोहर पर्रिकर-रक्षा मंत्री, भारत के रक्षा मंत्री को अन्य सांसदों के बराबर तनख्वाह मिलती है। 52 हजार बेसिक सैलरी के साथ अन्य भत्ते मिलाकर कुल 1,90,000 रुपए मिलते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.