Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

जानिए क्यों बनाया बाघ ने वृद्ध को अपना निवाला

देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
खीरी जिले में बाघ का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा आए रोज बाघ के हमले से हो रही मौतों पर वन महकमा खामोश है वही बाघ का एक और हमला मैलानी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत डाटपुर के गांव पसियापुर मे हुआ। 
  मृतक के परिजनो की माने तो रविवार दोपहर मृतक नारायण लाल उर्फ प्रेम चन्द पुत्र द्वारिका प्रसाद उम्र 55 वर्ष अपने अन्य साथियो के साथ जानवरो के लिए घास लेने गया था। उसके सभी साथी घास लेकर वापस आ गये परंतु नारायण देर शाम तक वापस नही लौटा।
सोमवार सुबह जब परिजन गांव वालों के साथ उसे ढूढने निकले तो नारायण का शव महेशपुर रेंज की देवीपुर बीट के अन्तर्गत जंगल के निकट गन्ने के खेत मे छत विछत हालत मे मिला। बाघ ने हमला कर मृतक की गर्दन, पेट व हाथ सहित शरीर के अंगो को फाड़ डाला था। शव को देखते ही परिजन बिलख बिलख कर रोने लगे। घटना की खबर सुनकर सैकड़ो लोग घटना स्थल पर पहुंच गए। सूचना पाकर थानाध्यक्ष आरडी सिंह व चौकी प्रभारी संसारपुर दिनेश कुमार यादव व क्षेत्राधिकारी गोला भी घटना स्थल पर पहुचे।
डिप्टी रेंजर कृष्ण कुमार व फारेस्ट बृजेश कुमार ने भी घटना स्थल पर पहुच कर मौका मुआयना किया। मृतक के परिजनो को सहायता के रूप मे डिप्टी रेंजर ने नकद दस हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की। शासन से अधिक से अधिक सहायता दिलाने का अश्वासन भी दिया। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचायत नामा भरकर डाक्टरी परीक्षण हेतु जिला मुख्यालय भेज दिया। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा तीन पुत्र व एक पुत्री है। बाघ के हमले से अबतक कई मौते हो चुकी है परंतु वन विभाग लोगों सुरक्षा के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नही उठाया पाया है। जिससे खेत पर जाने वाले ग्रामीणों मे दहशत का माहौल है। अब देखना है कि वन विभाग के आला अधिकारी मानव सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम करते है निरंतर हो रही घटनाओ से लोगों मे दहशत का काफी माहौल बना हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.