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जब से आए हैं ट्रंप, तभी से अब तक PAK पर 10 प्रहार, पढ़ें: कब-कब लताड़ा

दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रवैया आतंक के पनाहगार पाकिस्तान को लेकर लगातार बदलता रहा है. ट्रंप ने जनवरी 2017 में अमेरिका का कार्यभार संभाला था. तब से लेकर बीते एक साल में ट्रंप का रुख पाकिस्तान को लेकर कभी नरम तो कभी गरम रहा है.

आइए जानते हैं कि इन 12 महीनों में कैसे ट्रंप ने 10 बार अपना रवैया बदला है और इससे दोनों देशों के संबंधों में क्या उतार-चढ़ाव आए हैं.

PAK पर 10 प्रहार

1- 2012 में सत्ता में आने से पहले ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्तान हमारा दोस्त नहीं है. उन्होंने हैरानी जताई थी कि अमेरिका ने क्यों उसे अरबों डॉलर दिए!

2- नवंबर 2016 में अमेरिका राष्ट्रपति चुने जाने के तीन हफ्ते बाद ही ट्रंप का रवैया पाकिस्तान को लेकर बदला हुआ दिखा. उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को फोन कर उन्हें शानदार व्यक्ति बताया और उनके काम की तारीफ की. उन्होंने वहां के लोगों की भी तारीफ की.

3- जनवरी 2017 में ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ ली. पाकिस्तानी नेताओं ने भी ट्रंप के फोन कॉल पर काफी खुशी जताई. तत्कालीन पाक वित्त मंत्री इशक दार ने दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ने की उम्मीद जताई.

4- जून 2017 में जब भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया तो फिर ट्रंप का अलग रूप दिखा. ट्रंप और मोदी ने साझे बयान में पाक से अपनी जमीन का आतंकी इस्तेमाल रोकने की मांग की.

5- मोदी के साथ साझा बयान जारी करने के कुछ घंटे बाद ही अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया. इस दौरान ट्रंप प्रशासन ने इस संगठन के अप्रैल 2014 में जम्मू-कश्मीर में हमला कर 17 लोगों की जान लेने का जिक्र भी किया.

6- अगस्त 2017 में ट्रंप ने ‘नई साऊथ एशिया’ रणनीति तैयार की, जिसमें पाकिस्तान को आतंकियों का स्वर्ग बताया. उन्होंने कहा कि इससे भारत और दूसरे देशों को भी खतरा है.

7- ट्रंप के इस बयान से अमेरिका-पाक रिश्ते और बिगड़ गए. पाकिस्तान ने उसके साथ द्विपक्षीय वार्ता और अमेरिकी दौरों पर रोक लगा दी. तत्कालीन पाक विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक संसदीय कमेटी को बताया कि पाकिस्तान ने ट्रंप के बयानों के विरोध में ऐसा किया है.

8- एक महीने बाद ही ट्रंप का अनोखा रूप सामने आया. उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तानी नेताओं के साथ रिश्ते बेहतर कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट कर पाकिस्तान के काम की तारीफ भी की.

9- अब एक बार फिर ट्रंप पाकिस्तान से नाराज दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने नए साल के मौके पर कहा है कि 15 सालों में अमेरिका ने पाकिस्तान को 33 बिलियन डॉलर से ज्यादा मदद देने की बेवकूफी की है. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद की बकाया राशि रोकने की भी घोषणा की.

10- अमेरिका के इस कदम पर पाक ने तल्खी दिखाई है. पाक विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि हमें अमेरिका के फंड की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अब हमें किसी दूसरे देश के हितों की रक्षा नहीं करनी. हमारी प्राथमिकता अपने देश की भलाई है और हम किसी भी तरह की तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेंगे.