देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
सदर कोतवाल ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर अवैध खनन माफियाओं को पकडऩे के लिए एक सीक्रेट मिशन पर निकल पड़े। हमराहियों व दो चौकी इंचार्जों के साथ बताई गई जगह पर पहुंचे। लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही जानकारी मिल जाने के चलते खनन माफिया व उनके गुर्गे ट्रैक्टर-ट्राली लेकर फरार हो गए। मौके पर पुलिस को तुरंत जमा किया बालू का एक ढेर मिला।
जानकारी के अनुसार, सदर कोतवाल दीपक शुक्ला रात्रि गश्त पर थे। अचानक मुखबिर ने फोन कर बताया कि चांदमारी से कुछ आगे निकली उल्ल नदी के किनारे कुछ लोग अवैध रूप से बालू खनन कर रहे हैं। इस पर सदर कोतवाल ने तत्परता दिखाते हुए हमराहियों को साथ लेकर उल्ल नदी किनारे पहुंच गए। लेकिन जब इधर-उधर चहलकदमी की गई तो वहां कोई नहीं मिला। हालांकि नदी के पास एक ढेर बालू व जमीन पर मौजूद ट्रैक्टर-ट्राली के पहियों के निशान थे। हालांकि पुलिस ने धरपकड़ के लिए इधर-उधर कांबिंग की लेकिन कोई पकड़ में नहीं आया।
अवैध खनन है बड़ी समस्या
सदर कोतवाल ने बताया कि शासन से अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश मिले हैं। मुखबिरों का जाल फैलाया गया है। इसी कड़ी में एक मुखबिर ने यह जानकारी दी थी। कार्रवाई फौरन की गई थी लेकिन पहुंचने से पहले ही खनन माफिया वहां से भाग चुके थे।
कोतवाल ने गुप्त रखा अभियान
मुखबिर से सूचना मिलने के बाद कोतवाल दीपक शुक्ल खनन माफियाओं को पकडऩे का पूरा मूड बना चुके थे। लिहाजा पूरा मामला उन्होंने गुप्त रखा। हद तो यह थी कि उन्होंने हमराहियों व संकटा देवी और जेल गेट चौकी इंचार्ज को भी अभियान के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी। जब सभी लोग मौके पर पहुंचे तब कोतवाल ने हमराहियों को अभियान की जानकारी दी।