देव श्रीवास्तव
लखीमपुर-खीरी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर लौटी जन्मांध (जन्म से दृष्टिहीन) बालिकाआें की डीएम ने भरपूर मदद की। तत्कालिक रूप से उन्हें राशनकार्ड उपलब्ध कराने के साथ-साथ दस किलो आटा, दस किलो चावल, पांच किलो दाल, दो लीटर तेल, पांच किलो चीनी, पूरे परिवार के कपड़े भी प्रदान किये। वही बड़ी बालिका का प्रवेश प्राथमिक विद्यालय कबडिय़न टोला धौरहरा में अगले शैक्षिक सत्र में कराने के निर्देश सम्बन्धित को देने के साथ-साथ छोटी बालिका की आयु के दृष्टिगत उसका प्रवेश भी नजदीकी आगंनबाड़ी केन्द्र में कराने के निर्देश सम्बन्धित को दिये। ताकि वह पढ़-लिख कर भविष्य में आत्मनिर्भर बन सके।
डीएम ने परिवार की हर संभव मदद देने का आश्वसन दिया।
जिलाधिकारी आकाशदीप ने बताया कि इन दृष्टिहीन बच्चियों का चिकित्सीय परीक्षण कराकर आवश्यकतानुसार इलाज की भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। मालूम हो कि तहसील धौरहरा क्षेत्र के ग्राम फत्तेपुर के मजरा जुगनूपुर निवासी सुरेन्द्र चौरसिया अपनी दो जन्मांध पुत्रियों 05 वर्षीय ममता और 04 वर्षीय सुभी को लेकर मुख्यमंत्री जनता दरबार में मदद की गुहार लगाई थी। पता $चलने पर जिलाधिकारी ने इसे संज्ञान में लिया और तत्काल मदद शुरू कर दी। उन्होनें तहसील अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि इस परिवार की बराबर देखभाल की जाये और किसी प्रकार की कमी न होने दी जाये। बताते चले कि जिलाधिकारी आकाशदीप द्वारा इस परिवार की सहायता के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक मदद दिलाने के लिए प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है।