NEW DELHI : गुना-मक्सी रेल लाइन पर करनवास रेलवे गेट के पास गुरुवार की रात ठंड के कारण एक पटरी चटक गई। सुबह रेलवे के कर्मचारियों को पटरी से गुजरते समय उस पर नजर पड़ गई। इस कारण समय रहते पटरी को बदलकर वेल्डिंग मशीन से जोड़ दिया गया।कर्मचारियों के इस काम से बड़ा हादसा टल गया। पटरियां को जोड़ते समय साबरमती और बीना-नागदा ट्रेनें भी गुजरीं। विभागीय अधिकारियों ने दोनों ट्रेनों को मंदगति से निकाल दिया। बुधवार रात ठंड पड़ने से रेल की पटरी चटक गई थी। सुबह जब रेलवे के कर्मचारी चाबीमैन को टूटी पटरी दिखाई दी। उन्होंने तुरंत अपने रेल विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पटरी टूटने से 8 एमएम का गेप हो गया था। इसे मौके पर जाकर एक बजे तक ठीक कर दी गई।
चटकी पटरी से गुजरी 3 ट्रेनें पटरी रात के समय टूटी गईं थी। इसकी सूचना सुबह लगी। यह तो अच्छा हुआ कि इस मार्ग से पटरी टूटने के बाद कोई ट्रेन नहीं गुजरी। नहीं हाई स्पीड में दौड़ने वाली ट्रेन हादसे का शिकार भी हो सकती थी। क्योंकि इसके कुछ ही देर बाद सुबह नौ बजे साबरमती एक्सप्रेस और साढ़े नौ बजे बीना-नागदा पेसेंजर ट्रेन और करीब 11 बजे कोटा-इंदौर ट्रेन भी निकली थीं। जिन्हें टूटी हुई पटरी से धीरे-धीरे निकाला गया। इसके बाद टूटी पटरी को बदलकर बेल्डिंग कर दी गई।
ठंड से टूट गई थी पटरी ठंड की वजह से पटरी चटक गई थी। इसकी सूचना लगते ही रिपेयरिंग कर दी गई। वहीं टूटी पटरी को भी बदलकर वेल्डिंग कर दी गई। इस दौरान तीन ट्रेनों को धीमी गति से पास की गईं। जोरावर सिंह, पीडब्ल्यूआई ब्यावरा