नोटबंदी के चलते केइएम अस्पताल में एक बच्ची की मौत हो गई। बताया जाता है कि एक प्रमुख अस्पताल में उसके दिल का ऑपरेशन होना था। लेकिन अस्पताल ने बंद करेंसी नोट में भुगतान लेने से मना कर दिया था।
बच्ची के माता-पिता आम्रपाली और गौरव कुंते के रिश्तेदार ने बताया कि डॉक्टरों ने दिल के ऑपरेशन के लिए बच्ची को रूबी हॉल क्लिनिक में भर्ती कराने की सलाह दी थी। रूबी क्लिनिक ने ऑपरेशन के लिए साढ़े तीन लाख रुपये जमा कराने को कहा।
हमने एक लाख रुपये के 500 और 1000 के पुराने नोट देने की पेशकश की लेकिन अस्पताल ने लेने से इन्कार कर दिया। इसके बाद चेक और कार्ड के जरिये कुछ हिस्सा देने की बात कही गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने इसे मानने से मना कर दिया और पूरा भुगतान करने पर अड़ा रहा। इस दौरान काफी समय बर्बाद हुआ। हालांकि रूबी हॉल क्लिनिक ने आरोप को झूठा और बेबुनियाद बताया। बच्ची केइएम में भर्ती र्थी और रविवार सुबह उसकी मौत हो गई।