*कुछ लोग फ्लर्टिंग में कोई बुराई नहीं समझते हैं. उनका मानना होता है कि फ्लर्टिंग दोस्ती जताने का ही एक तरीका है. पुरुषों में आत्म सम्मान की भावना ज्यादा होती है और वे फ्लर्टिंग के जरिए वे इसे दर्शाते हैं. उनके इस व्यवहार किसी को कोई तकलीफ नहीं पहुंचती है.
*यह भी हो सकता है कि आपका पार्टनर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए फ्लर्ट करता हो. जब आप अपने पार्टनर को अनदेखा करने लगते हैं तो उसके पास फ्लर्टिंग ही एकमात्र रास्ता बच जाता है आपको जलाकर ध्यान खींचने का.
*अपने पार्टनर से इस बारें में शांति से बात करें और उन्हें बताएं उनके फ्लर्ट करने की आदत से आपको काफी तकलीफ पहुंचती है. आप उन्हें विश्वास दिलाएं कि आपको उन पर भरोसा है और आप यह नहीं चाहती हैं कि वो अपना व्यक्तित्व बदलें.
*अपने पार्टनर पर नजर रखें जब वह किसी अन्य पुरुष और महिला के साथ हो. अगर आप उनकी दोस्ती को कुछ अन्य समझ रहें हैं तो इस बारे में उसके दोस्तों से बात करे. बिना किसी से पूछे अपने पार्टनर के बारे में गलत नहीं सोचें क्योंकि इससे आपके रिश्ते पर गलत प्रभाव होता है.
*याद रखें आपको अपने पार्टनर को उसके फ्लर्टी होने का आरोप नहीं लगाना चाहिए. इससे आपके रिश्ता टूट भी सकता है. आप उसे साफ-साफ बता दें आप दोनों के रिश्ते में क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं. इसके बाद भी अगर वे अपने व्यवहार में बदलाव नहीं लाते हैं तो आप उनसे कड़ाई से पेश आ सकते हैं.
*जब लोगों को यह लगता है कि आपका पार्टनर अन्य लोगों के साथ फ्लर्टी है तो वे खुद को इसका जिम्मेदार मानने लगते हैं जो कि गलत है. अपने पार्टनर के व्यवहार के लिए खुद को दोषी नहीं समझना चाहिए. अपने व्यक्तितव का विकास करिए और इससे आप हमेशा खुश रहेंगे और बिना वजह खुद को दोष देना बंद करें.