हालांकि इस बैठक के बारे में कोई आधिकारी ऐलान नहीं किया गया है। आपको बता दें कि अशोक लवासा की अध्यक्षता में बनी समिति ने अपनी रिपोर्ट एक महीने पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंप दी थी। अभी केंद्रीय कर्मचारियों को पुराने भत्तों का ही लाभ मिल रहा है।
सातवें वेतन आयोग में दो मुख्य मुद्दे हैं जिसमें पहला बेसिक वेतन और दूसरा संशोषित भत्ते शामिल हैं। सातवें वेतन आयोग ने शहरों की श्रेणी के अनुसार घर के किराए भत्ते में कटौती की बात कही थी। इसके साथ ही सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों में 36 छोटे भत्तों को बड़े भत्तों में मिलाने समते 52 भत्तों को खत्म करने के लिए कहा गया था।
कहा जा रहा है कि इससे 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा हो सकता है। इसके अलावा केंद्रीय कर्चमारियों के लिए 11 प्रतिशत एचआरए बढ़ाने की भी सिफारिश सातवें वेतन आयोग में की गई थी। आयोग ने शहरों के मुतबिक 2 से 6 प्रतिशत एचआरए में कटौती की भी बात भी कही थी।