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कुंभ में बोले बाबा रामदेव साधुओं को जाति के नाम पर बांटा जा रहा

प्रयागराज कुंभ मेले चल रही धर्मसंसद में बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ साधुओं को जाति के नाम पर बांटा जा रहा है, लेकिन जिसने पिंड दान कर दिया उसका कोई जाति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि कॉमन सिविल कोर्ट इस देश में होना चाहिए। विधानसभा से लेकर संसद भवन में पास होना चाहिए, लेकिन कुछ लोग दो कानून मानते हैं। हम दो- हमारे दो की नीति सब पर लागू होना चाहिए। अगर कोई दो बच्चों से ज्यादा बच्चा पैदा करे तो उससे वोटिंग का अधिकार छीन लेना चाहिए।

धर्म संसद में भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले भी शामिल होने पहुंचे हैं। इसमें देश के सभी हिस्सों से करीब पांच हजार संत शामिल होने आए हैं। 31 जनवरी और एक फरवरी को होने वाली धर्म संसद से राजनैतिक दलों को दूर रखा गया है। हालांकि, डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्या ने कार्यक्रम में पहुंचकर संतों से आशीर्वाद लिया। राम मंदिर से संबंधित प्रस्ताव पेश होने के बाद धर्म संसद का समापन होगा।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने विहिप की धर्मसंसद से दूरी बनाकर रखी। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद किसी के बाप की बपौती नहीं है। विहिप और आरएसएस, भाजपा के अंग हैं। भाजपा राम मंदिर पर अपनी स्थिति साफ नहीं कर रही है। लोगों को धोखे में रखे हुए हैं। अगर शंकराचार्य स्वरूपानंद आह्वान करेंगे तो हम नागा फौज लेकर अयोध्या कूच करेंगे।