नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मिसाल देते हुए नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा कि जिस तरह इंदिरा ने कबूल किया था कि आपातकाल लगाना उनकी भूल थी, उसी तरह मोदी भी मान लें कि नोटबंदी एक ‘त्रुटिपूर्ण’ फैसला था। चिदंबरम ने नोटबंदी को ‘ठीक से समझे और उस पर विचार किए बगैर’ किया गया फैसला बताया। शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा कि इस कवायद के ऐलान के वक्त केंद्र सरकार ने जिन उद्देश्यों को पूरा करने का दावा किया था, उसमें से एक में भी सफलता नहीं मिली है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का मजाक उड़ाने को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मजाक उड़ाने को तो वह भी मोदी का मजाक उड़ा सकते हैं, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि मोदी पूछे गए सवालों के जवाब दें। चिदंबरम ने कहा, ‘वह (राहुल) कह रहे हैं कि मेरा मजाक उड़ाइए, लेकिन लोगों के सवालों के जवाब दीजिए, सवाल के जवाब देना प्रधानमंत्री की ड्यूटी है। लेकिन वह (मोदी) मजाक उड़ा रहे हैं और अभिनय कर रहे हैं।’ पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा, ‘मैं भी प्रधानमंत्री की तरह बोल सकता हूं और मजाक उड़ा सकता हूं। लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा, क्योंकि वह भारत के प्रधानमंत्री हैं।’