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एक और मराठी से हुई खीरी में ठगी

लखीमपुर-खीरी।
खीरी जिले में एक दशक से भी अधिक समय से बाहरी प्रदेशों से लोगों को बुलाकर ठगी करने का सिलसिला जारी है। कभी चमत्कारी चश्मा, कभी नागमणि तो कभी करामाती मोर पंख के नाम पर दर्जनों लोगों से लाखों की ठगी हो चुकी है। पुलिस ने कईयों को ठगी के मामले में हिरासत में भी ले रखा है। इसके बावजूद लोगों को बुलाकर उन्हें ठगने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में मुम्बई से एक युवक को तांबे का करामाती सिक्का बताकर दो युवकों ने पांच लाख की ठगी कर ली। जब जांच करने पर सिक्का फर्जी निकला तो उन्होंने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई के बांद्रा बेस निवासी मोहम्मद खुर्शीद ने कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि दो महीने पहले वह किसी काम से निघासन गए थे। वहां उनकी मुलाकात इमरान और कमलेश नाम के दो युवकों से हुई। दोनों ने बताया कि उनके पास एक ऐसा कारामाती तांबे का सिक्का है जिस पर जैसे ही चावल का दाना लगता है वह टूट जाता है। मोहम्मद खुर्शीद ने बताया कि जब उसे यकीन नहीं हुआ तो दोनों ने उसे करिश्मा करके दिखाया। उन्होंने तांबे के सिक्के पर एक-एक कर कई चावल के दाने लगाए और चावल टूट गए। पुष्टि होने के बाद उन्होंने सिक्के का सौदा पांच लाख में तय किया। खुर्शीद के मुताबिक वह अपने साथी संजय कुमार के साथ 17 मई को लखनऊ पहुंचा। वहां इमरान और कमलेश को जब फोन किया तो उन्होंने बताया कि लखीमपुर रोडवेज पर आ जाओ और अपना सामान ले जाओ। 18 मई की रात दोनों लखीमपुर पहुंचे। वहां दोनों युवक उससे मिले और उन्हें मेला मैदान स्थित एक मकान में ले जाकर तांबे का सिक्का देकर पांच लाख रुपए ले लिए और चलते बने। इसके बाद जब दोनों ने चावल का सिक्का लगाकर देखा तो चावल का दाना ही नहीं टूटा। कई बार कोशिश करने पर भी जब सफलता नहीं मिली तो उन्हें ठगी होने का पता चला। पीड़ितों ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।

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