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एंबुलेंस नहीं मिली तो 60 किमी ठेले पर धकेला पत्नी का शव, पहुंच गया दूसरे गांव

देश में गरीबों के‍ लिए भले ही कितनी भी योजनाएं हों लेकिन वो उनका लाभ नहीं ले पाते। इसी तरह का एक मामला तेलंगाना में सामने आया है जहां एक बुजुर्ग के साथ ऐसा कुछ हुआ जो इंसानियत को शर्मसार करने के लिए काफी है।telangana_man_07_11_2016

दरअसल यहां एक बुजुर्ग भिखारी की पत्‍नी का निधन हो गया लेकिन उसके शव को ले जाने की व्‍यवस्‍था नहीं हो पाई। पैसों की कमी के चलते यह भिखारी एंबुलेंस का इंतजाम नहीं कर पाया। इसके बाद वो हैदराबाद से 60 किमी दूर स्थित अपने गांव पहुंचने के लिए हाथठेले पर पत्‍नी का शव रखकर पैदल निकल पड़ा।दुर्भाग्‍य ने यहां भी उसका साथ नहीं छोड़ा और इतनी दूर चलने के बाद वो रास्‍ता भटकने की वजह से अगले दिन किसी दूसरे ही गांव पहुंच गया। इस व्‍यक्ति की पहचान रामुलु के रूप में हुई है जिसकी पत्‍नी कविता की लेप्रोसी के चलते शुक्रवार को मौत हो गई थी। रामुलु पत्‍नी के शव को अंतिम संस्‍कार के लिए अपने गांव ले जाना चाहता था लेकिन एंबुलेंस के लिए पैसे का इंतजाम नहीं कर पाया।इसके बाद उसने हाथठेले पर पत्‍नी का शव रखा और उसे गांव लेकर रवाना हो गया। दुर्भाग्‍य तो देखिये कि वो रात में रास्‍ता भटक गया और 60 किमी चलने के बाद वो अपने गांव सांगारेड्डी की बजाय किसी दूसरे गांव विक्रमाबाद पहुंच गया। गांव के लोगों ने उसे शव के साथ देखा तो पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एंबुलेंस की व्‍यवस्‍था करवाई जिसके बाद वो अपने मेंढक जिले में स्थित अपने गांव सांगारेड्डी पहुंच सका। विक्रमाबाद के सर्कल इंस्‍पेक्‍टर जी रवि के अनुसार पत्‍नी के देहांत के बाद वो अपनी पत्‍नी का अंतिम संस्‍कार गांव में करना चहता था। एंबुलेंस वालों ने उससे इसके लिए 5 हजार रुपए मांग लिए।पैसे नहीं होने की वजह से वो ठेले पर ही शव लेकर रवाना हो गया। यहां से उसे एंबुलेंस के माध्‍यम से उसके गांव पहुंचाया गया है।

 

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