शहडोल संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल की दखलंदाजी और सीधी सांसद रीति पाठक के लाभ के पद पर होने के मामले की रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सरकार से मांगी है।आईएएस अफसर अग्रवाल के खिलाफ आरोपों की जांच कॉल डिटेल न मिल पाने से पूरी नहीं हो पा रही है। जांच अधिकारी प्रमुख सचिव बीआर नायडू ने गृह विभाग से कॉल डिटेल मांगी है, लेकिन अब तक ये नहीं मिली है। इसी तरह सीधी से सांसद रीति पाठक पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का लाभ लेने के मामले में भी रिपोर्ट नहीं आई है।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने नगरीय विकास आयुक्त विवेक अग्रवाल के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि वे उपचुनाव को अपने रसूख से प्रभावित करते रहे। आचार संहिता लागू होने के बाद भी हितग्राहीमूलक काम करने को लेकर दबाव बनाया।
इसे देखते हुए चुनाव आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने पहले अपर मुख्य सचिव रजनीश वैश्य को जांच सौंपी थी, लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके तो प्रमुख सचिव बीआर नायडू को जांच सौंपी थी।
इसी तरह सीधी सांसद रीति पाठक के दोहरा लाभ लेने के मामले की जांच रिपोर्ट कलेक्टर से मांगी गई है। दोनों जांचों की रिपोर्ट अब तक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को नहीं मिली है। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एसएस बंसल ने बताया कि जांच अधिकारियों को स्मरण पत्र लिखे गए हैं। साथ ही कहा गया है कि जांच जल्दी पूरी करके रिपोर्ट दी जाए ताकि चुनाव आयोग को जानकारी दी जा सके।