आजकल के युवा हों या बुजुर्ग, सभी में जोड़ों के दर्द को लेकर समस्या आम होती जा रही है। सर्दियों में चलने वाली हवा अक्सर हमारे शरीर के ज्वाइंट्स के लिए खतरनाक तो होती ही है और पुराने जख्मों पर भी ये बर्फीली हवा बहुत नुकसानदेह होती है। विशेषज्ञों की माने तो जिन लोगों को आर्थराइटिस या गठिया की बीमारी होती है उनके लिए ठंड के मौसम में यह समस्या बढ़ जाती है।
मैक्स हॉस्पिटल के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एल.तोमर ने बताया कि कि सर्दी के मौसम में हमारी रक्त नलियां सिकुड़ जाती हैं, इसलिए जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। हालांकि इससे कोई नई समस्या पैदा नहीं होती।
डॉ. की माने तो जिन लोगों को ऐसी समस्या पहले से होती है। लेकिन वे इसकी जांच नहीं कराते और इसे दरकिनार करते रहते हैं, उन्हें और खासकर बुजुर्गों को ठंड के मौसम में ज्यादा परेशानी होती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली, खाने में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा न मिल पाना, नियमित व्यायाम न करना और शरीर को आवश्यक विटामिन डी-3 उपलब्ध न हो पाने से जोड़ों के दर्द की समस्या आम होती जा रही है। इसकी जांच के लिए पीड़ित एक्सरे, एमआरआई और रक्त की जांच करा कर इसके वास्तविक कारणों का पता लगा सकता है।