दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद कथावाचक नारायण साईं एक बार फिर विवादों में हैं। नारायण साईं ने जेल में ही ‘दुष्कर्म के कानूनों का भारी दुरुपयोग’ नाम से एक किताब लिखी है। इस किताब के जेल से बाहर आते ही विवाद खड़ा हो गया है। 37 पेज की इस किताब में नारायण साईं ने महिलाओं को लेकर कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है।
किताब ‘दुष्कर्म के कानूनों का भारी दुरुपयोग’ में नारायण साईं ने लिखा कि दुष्कर्म का केस दर्ज करवाना कुछ विकृत मानसिकता वाली महिलाओं का शौक बनता जा रहा है। यही नहीं नारायण साईं ने दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिलाओं को आवारा और स्वच्छंद भी बताया है।