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आयकर विभाग ने जब्त कीं 3,500 करोड़ की बेनामी संपत्तियां

आयकर विभाग ने 900 से ज्यादा बेनामी संपत्तियों को जब्त किया है। करीब 3,500 करोड़ रुपये की इन संपत्तियों में भूखंड, फ्लैट्स, दुकानें, आभूषण, बैंकों में जमा रकम, सावधि जमा और वाहन शामिल हैं। आयकर विभाग ने एक बयान जारी कर बताया कि उसने यह कार्रवाई बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम के तहत की है। यह कानून एक नवंबर, 2016 से प्रभावी हुआ है। कानून के तहत चल और अचल दोनों बेनामी संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त करने और बाद में उसे पूर्ण रूप से जब्त करने का प्रावधान है।

इसमें संपत्ति से लाभ पाने वाले, बेनामीदार और बेनामी लेनदेन में मदद करने वालों के खिलाफ अभियोजन की भी अनुमति दी गई है। दोषी पाए जाने पर उन्हें सात साल तक की जेल और संपत्ति के बाजार मूल्य के 25 फीसद तक जुर्माना लगाया जा सकता है।

बेनामी संपत्तियों के मामले में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मई, 2017 में विभाग ने देशभर के अपने जांच निदेशालयों के तहत 24 बेनामी निषेध इकाइयां (बीपीयू) स्थापित की थीं। बयान के मुताबिक, जब्त की गई संपत्तियों में 2,900 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी शामिल है।

मालूम हो कि बेनामी का शाब्दिक अर्थ होता है “बिना नाम वाला”। ऐसी संपत्ति जिसका कोई कानूनी मालिक न हो या उसका कोई नकली मालिक हो, ऐसी संपत्ति को बेनामी कहा जाता है। मूल बेनामी कानून को 1988 में लाया गया था, लेकिन 2016 में उसमें संशोधन किया गया। इसके तहत बेनामी लेनदेन को प्रतिबंधित कर दिया गया और बेनामी संपत्तियों को जब्त करने का प्रावधान जोड़ा गया।

प्राइवेट लॉकर से 20 करोड़ की संपत्ति जब्त

कालेधन के खिलाफ अभियान के तहत आयकर विभाग ने गुरुवार को दिल्ली में गैरकानूनी रूप से संचालित एक निजी लॉकर से 20 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण, सोना-चांदी और नकदी जब्त किए हैं। अभियान से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस कार्रवाई में लॉकर से 16 करोड़ रुपये नकद, 2.35 करोड़ रुपये की सोना-चांदी और 1.01 करोड़ रुपये के आभूषण एवं सोने की कुछ अन्य वस्तुएं जब्त की गई हैं।

इस जब्ती के साथ ही पिछले कुछ दिनों में ऐसी जब्ती का कुल मूल्य 61 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। पिछले हफ्ते विभाग ने दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में स्थित निजी लॉकरों से 41 करोड़ रुपये की नकदी एवं सोना-चांदी जब्त किए थे। बताते हैं कि ये संपत्तियां कथित रूप से दिल्ली के एक बिल्डर और एक गुटखा कारोबारी से संबंधित हैं।