भारतीय टीम ने आखिरी तीन टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के हाथों मात खाती रही, मगर इस बार टीम इंडिया ने सभी हार का बदला लेते हुए टीम इंडिया ने मेहमानों को 4-0 से बुरी तरह हरा दिया। आइये नज़र डालते हैं इस टेस्ट सीरीज और चेन्नई टेस्ट के आखिरी दिन बने सभी रिकॉर्ड्स पर:
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार 18 टेस्ट बिना हार के खेल चुकी है। इसमें उन्होंने 14 टेस्ट जीते और 4 ड्रॉ करवाए हैं। कोहली की कप्तानी में ये भारत की लगातार पांचवीं टेस्ट सीरीज जीत भी है। इस साल भारतीय टीम ने 12 टेस्ट में 9 टेस्ट जीते। इससे पिछला भारतीय रिकॉर्ड 8 टेस्ट जीत का था। इंग्लैंड की टीम ने इस साल 8 मैच गंवाए और इससे पहले टीम आखिरी बार 1993 में 8 टेस्ट हारी थी।
विराट कोहली ने इस सीरीज में सबसे ज्यादा 655 रन बनाये, वहीं रविचन्द्रन अश्विन ने सबसे ज्यादा 28 विकेट लिए। कोहली को ‘मैन ऑफ़ द सीरीज’ चुना गया। सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन जो रूट (491) और दूसरे सबसे ज्यादा विकेट रविन्द्र जडेजा (26) के नाम रहे।1981 के बाद एक सीरीज में 300 रन और 25 विकेट का डबल बनाने वाले पहले ऑलराउंडर बने अश्विन। 35 साल पहले यह कमाल इयान बॉथम ने किया था ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था।
भारत ने दूसरी बार कोई टेस्ट सीरीज 4-0 से जीती। इससे पहले 2013 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया था। अश्विन ने इस साल 12 टेस्ट मैचों में 72 विकेट लिए, हालांकि वो कपिल देव (75) के रिकॉर्ड से पीछे रह गए।
चेन्नई टेस्ट में अश्विन ने 207 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया, ये भारत में उनक सबसे खराब प्रदर्शन है।रविन्द्र जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मैच में 10 विकेट लिया। 7/48 भी एक पारी में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है। उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक को सीरीज में 6 बार आउट किया।
एलिस्टर कुक की कप्तानी में इंग्लैंड की ये 22वीं हार थी और ये एक नया इंग्लिश रिकॉर्ड है। जो रूट ने इस साल 17 टेस्ट में 1477 और जॉनी बैर्स्टो ने 17 टेस्ट में 1470 रन बनाये। इंग्लैंड की तरफ से एक साल में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड अभी भी माइकल वॉन (1481) के ही नाम है, जिन्होंने 2002 में ये रिकॉर्ड बनाया था।