लखनऊ|
साल 2012 में जापान के फुकुशिमा में हुए हादसे के बाद से परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के बारे में संशय और भ्रांतियां फैल रही हैं। इन्हें दूर करने के लिए न्यूक्लियर पॉवर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) ने छह राज्यों के करीब 1500 गांवों में जागरूकता अभियान चलाया, जिसमें लखनऊ के अमृतेश श्रीवास्तव का अहम योगदान रहा।
‘एटम ऑन वील्स’ ने बदली लोगों की सोच
अमृतेश की बनाई ‘एटम ऑन वील्स’ नाम की बस ने हजारों लोगों की सोच बदल दी। इसी का नतीजा रहा कि रूस के शहर सोची में हुए एटम एक्स्पो में ‘एटम ऑन वील्स’ को पूरी दुनिया में पहला स्थान हासिल हुआ है।
1500 गांवों तक पहुंची जागरूकता
आपको बता दें अमृतेश NPCIL में जनसंचार प्रकोष्ठ के प्रभारी हैं। उनकी बनाई ‘एटम ऑन वील्स’ नाम की बस के जरिए देश के कई राज्यों में 1500 गांवों में करीब 6 लाख लोगों को जागरूक किया जा चुका है। आने वाले समय में इन सभी राज्यों में परमाणु संयंत्र लगाने की योजना है। अमृतेश ने बताया कि बस में लगे प्रोजेक्टर के जरिए लोगों को परमाणु संयंत्रों से जुड़ी हर जानकारी दी जाती है। ग्रामीणों को एनिमेटेड फिल्म ‘कहानी बुधिया की’ के जरिए भी जानकारी दी गई। इसके अलावा पैनल, पोस्टर और मॉडल के जरिए भी लोगों को परमाणु ऊर्जा संयंत्र के फायदों के बारे में बताया गया।