नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार पर शिवसेना लगातार हमला बोल रही है। केंद्र ने जीएसटी की दरो में पिछले दिनों कटौती की थी। सत्ता में भागीदार शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि सरकार ने यह फैसला गुजरात चुनावों को ध्यान में रखकर लिया है। शिवसेना ने इसे बीजेपी सरकार के अहंकार की हार और लोगों की जीत बताया।
शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित एक संपादकीय में कहा गया है कि देश की गर्दन पर नोटबंदी की कुल्हाड़ी चलने के बाद से अर्थव्यवस्था कभी उबर नहीं सकी। जीएसटी का हथियार सुस्त अर्थव्यवस्था के खिलाफ इस्तेमाल किया गया और महंगाई बढ़ गई। जीएसटी के लागू होने के बाद लोगों का गुस्सा आग में तब्दील हो गया। सूरत, राजकोट और अहमदाबाद में छोटे व्यापारी जीएसटी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए जिसने गुजरात में सरकार विरोधी माहौल बना दिया। इस वजह से सरकार को दरों में कटौती करने पर मजबूर होना पड़ा।
शिवसेना ने कहा है कि जीएसटी दरों को कम करने का फैसला इसलिए लिया ताकि गुजरात चुनाव में इसकी भारी कीमत नहीं चुकानी पड़े। व्यापारियों और आम लोगों के गुस्से के बाद जीएसटी के दरों में कटौती करके सरकार अपने अंहकार को एक तरफ रखकर झुक गई। यह लोगों की जीत है।