काहिरा| मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को शुक्रवार को हिरासत से रिहा कर दिया गया और उन्होंने सैन्य अस्पताल छोड़ दिया है। क्रांति के बाद सत्ता से बेदखल होने के बाद पिछले छह सालों से वह सैन्य अस्पताल में ही थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मुबारक के वकील फरीद अल दीब ने कहा कि 88 वर्षीय पूर्व नेता ने मादी अस्पताल शुक्रवार तड़के छोड़ दिया और शहर के उत्तरपश्चिम स्थित अपने घर लौट गए।
मुबारक को 2011 में बड़े स्तर पर लोगों के विद्रोह- प्रदर्शन की वजह से मिस्र के राष्ट्रपति की गद्दी छोड़नी पड़ी। इस विद्रोह के दौरान हत्या को लेकर मिस्र की सर्वोच्च न्यायालय ने दो मार्च को अपने अंतिम निर्णय में होस्नी को बरी कर दिया।
गद्दी छोड़ने के दो महीने बाद अप्रैल 2011 में मुबारक को हिरासत में लिया गया। मुबारक पर प्रदर्शनकारियों की हत्या और भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा चलाया गया। साल 2011 में हुए भारी विरोध प्रदर्शन की वजह से मुबारक की 30 साल की सत्ता का अंत हो गया।
मुबारक ने तब से करीब छह साल तक जेल और सैन्य अस्पताल में गुजारे।
मुबारक को मई 2014 में लाखों मिस्र पाउंड के गबन के मामले में दोषी पाए जाने पर तीन साल कैद की सजा सुनाई गई थी। यह राशि राष्ट्रपति भवन के लिए आवंटित थी। लेकिन हत्या के आरोप में जिस समय वह हिरासत में थे उस समय को इसमें से घटा दिया गया।
साल 2014 में एक अपीलीय अदालत ने उनके वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फिर से मुकदमा चलाने का आदेश दिया था। लेकिन आरोप हटा लिए गए।
फिर सरकारी अभियोजन पक्ष ने फिर से मुकदमे की अपील की और देश की सर्वोच्च अदालत ने 2 मार्च को उनके निर्दोष होने का आदेश दिया।
माना जाता है कि 2011 में हुए विद्रोह में काहिरा, अलेक्सजेंड्रिया, सुएज और अन्य शहरों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में 800 से ज्यादा लोग मारे गए।