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अभी अभी : पाक PM ने अर्थव्यवस्था पर सेना-सरकार के बीच जारी जंग में बाजवा का किया बचाव

अर्थव्यवस्था को लेकर भारत में ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी जुबानी जंग चल रही है. पाकिस्तानी आर्मी के प्रमुख और पाक सरकार में गृहमंत्री में चल रही इस जंग में अब प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी भी कूद पड़े हैं.

अब्बासी ने आर्मी प्रमुख कमर बाजवा का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्हें देश के आर्थिक हालात पर बोलने का पूरा हक है. अब्बासी ने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र है हर किसी को अपनी बात रखने का हक है. सेना और सरकार के बीच कोई मतभेद नहीं है.

आपको बता दें कि हाल ही में आर्मी चीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के ऊपर लगातार कर्ज बढ़ रहा है, सरकार को अधिक से अधिक लोगों को टैक्स के दायरे में लाना चाहिए. इससे पहले कि कुछ बड़ा हो, सरकार को आर्थिक नियमों को कायम करना होगा.

आर्मी चीफ के इस बयान पर सरकार में गृहमंत्री अहसान इकबाल भड़क गए थे. उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार लोकतांत्रिक सरकार है, इसे जनता ने चुना है. आर्मी को सरकार के काम में दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए. गृहमंत्री के बयान का समर्थन वहां के सीनियर एमपी राणा अफजल खान ने भी किया था.

विवाद के बाद सेना और सरकार के बीच में बयानबाजी लगातार बढ़ती जा रही थी. आर्मी के प्रवक्ता मेजर जनरल गफूर ने कहा था कि अगर देश की आर्थिक हालत बुरी नहीं है तो अच्छी भी नहीं है. हम आर्मी चीफ के बयान पर कायम हैं.

गौरतलब है कि पाकिस्तान इस समय भारी घाटे के दौर से गुजर रहा है. उसे बढ़ते चालू खाता घाटे और 2018 में कर्ज के भुगतान के लिए 17 अरब डॉलर (करीब 1.10 लाख करोड़ रुपये) की जरूरत है.