देहरादून। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार को आए को सत्ता में आए दो महीने हो चुके हैं लेकिन अभी तक राज्य सरकार के किसी भी मंत्री ने अपनी और अपने परिवार की संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है। ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने सभी मंत्रियों उनकी व उनके परिवार की संपत्ति का पूरा ब्योरा तय समय सीमा में मांगा है। बताते चलें, सीएम रावत पहले दिन से ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे हैं। इसी क्रम में सीएम रावत ने सभी मंत्रियों को अपनी संपत्ति का पूरा ब्योरा मांगा है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा- मंत्रियों को तय समय सीमा तक देना होगा संपत्ति का ब्योरा
सीएम रावत ने मुख्यमंत्री बनते ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का ऐलान किया था। जिसकी प्रति भी हर मंत्री को भेजी गई थी लेकिन अभी तक एक भी मंत्री ने अपनी संपत्ति का ब्योरा साझा नहीं किया है। बता दें, सभी मंत्रियों आने वाले पांच सालों तक हर साल 31 अगस्त तक संपत्ति का ब्योरा देना है।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का ऐलान करने के बाद गोपन विभाग ने 23 मार्च को मंत्रियों के लिए आचरण सेवा नियमावली जारी की थी। इस नियमावली में प्रावधान है कि मंत्रियों को दो महीने के अंदर अपनी और अपने परिवार की संपत्ति का पूरा ब्योरा देना होगा। इसके अलावा किसी भी सरकारी पट्टे, लाइसेंस व लाभ के पद का लाभ भी मंत्री नहीं ले सकते है।
नियमावली के अनुसार मंत्री किसी भी तरह का महंगा व कीमती गिफ्ट भी स्वीकार नहीं करेंगे। यही नहीं, अगर कोई भी सरकारी अतिथि किसी सरकारी दौरे पर आता है तो उसे सरकारी अतिथि गृह में ही ठहराया जाएगा। साथ ही जितने भी सरकारी अतिथि बाहर जा रहे हैं तो वो भी सरकारी अतिथि गृहों में ही ठहरेंगे।