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अब देश के भिखारी को रोजगार देकर कर्मठ बनाने की तैयारी

जन जन सामर्थ्य जन जन कर्मठ बनाने के लिए हर व्यक्ति के लिए रोजगार की व्यवस्था करनी होगी| देश को अगर भिखारी मुक्त बनाना है तो कैसे भी कैसे और जल्दी से जल्दी रोजगार दिलाना होगा

देश में इस समय लाखों भिखारी हैं. लाखों लोगों द्वारा देश के विकास में किसी भी तरह का योगदान नहीं हैं. ऐसे में एक बात तोनिश्चित है कि देश की सरकार को इन लोगों को काम देकर, इनको सक्षम बनाना होगा.कई बार राज्य सरकारों के मुखिया से जब भिखारियों के खात्मे का सवाल किया जाता है तो उनके पास खुद कोई सॉलिड प्लाननहीं होता है.

असल में इनके बारें में कभी इसलिए नहीं सोचा जाता है क्योकि यह वोट बैंक नहीं होते हैं. इनके बारें में चुनावी घोषणा पत्र में कोईवायदा नहीं होता है. यह लोग टैक्स भरते नहीं हैं इसलिए इनके जीवन का कोई मूल्य नहीं होता है.

क्या है भिखारियों के रोजगार 

  लघु उद्योग लगाये सरकार– भिखारियों को पहले पकड़ा जाए और उनका ईलाज किया जाये. जब यह लोग नशा और अपनी बुरी आदतों को छोड़ दें तो सरकारको इनके रहने की व्यवस्था करनी होगी.  अब सवाल आता है कि इनको किस तरह के रोजगार सरकार दे. आपको बता दें किअगर शुरुआत में ही इनको भारी काम दिया गया तो इनको अपनी पुरानी लाइफ अच्छी लगेगी. किसीभी तरह की मजदूरी इनकोनहीं देनी होगी. सरकार इन लोगों के खिलौने बनाने या मोमबत्ती बनाने जैसे लघु उद्योग की व्यवस्था करे. इन लोगों को यहकाम करने में अच्छा लगेगाऔर जब यह पैसे कमाएंगे तो इनके अंदर स्वाभिमान खुद आने लगेगा.

अच्छे और सरकारी काम- यदि भारत को भिखारी मुक्त बनाना है तो सरकार को सबसे पहले इन लोगों का विश्वास जीतना होगा. इनको ऐसा लगता है किदेश की सरकार इनके लिए कुछ सोच ही नहीं सकती है. यह लोग तो बेकार हैं. लेकिन सरकार कुछ भिखारियों का पहले ईलाज करेऔर उनमें से काबिल युवाओं को खोजकर उनके लिए उनके स्तर की सरकारी नौकरी की व्यवस्था करेजब भिखारियों के पासइस तरह की सकारात्मक खबर जाएगी तो उनके अंदर भी काम करने की लालसा जागेगी.

इसी तरह से भिखारियों के लिए रोजगार का प्रयोग करके सरकार देश को भिखारी मुक्त बना सकती है. ऐसा नहीं हैं कि देश कोभिखारी मुक्त नहीं बनाया जा सकता है. यहाँ सबकुछ हो सकता है किन्तु इच्छा शक्ति की कमी देश में बड़ी समस्या है.

 

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