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अखिलेश साइकिल पाने को संघर्षरत, प्रतीक करोड़ों की कार में सवार

राजनीति कब किस करवट बैठे यह तय नहीं रहता है। उत्तर प्रदेश की राजनीति के सबसे बड़े परिवार में शुमार मुलायम सिंह यादव के परिवार में भी इन दिनों राजनीति तेजी से करवट बदल रही है। इसी का एक बेहद जुदा रूप दिखाई पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के बड़े पुत्र अखिलेश यादव इन दिनों जहां साइकिल पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं वहीं मुलायम सिंह के छोटे पुत्र प्रतीक यादव करोड़ों की स्पोट्र्स कार की सवारी कर रहे हैं।15_01_2017-15-01-2017

समाजवादी पार्टी में इन दिनों बाप (मुलायम सिंह यादव) तथा बेटे (अखिलेश यादव) के बीच वर्चस्व की जंग में बेटा अखिलेश यादव साईकिल की सवारी के लिए निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटा रहा है। उधर दूसरी तरफ मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव विदेशी गाडिय़ों में फर्राटा भरते नजर आ रहे हैं। ऐसा लखनऊ में कल शाम को देखने को मिला। मुलायम के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव विदेशी कार लम्बॉर्गिनी में सवार दिखे। इस विदेशी कार की कीमत लगभग 5 करोड़ रुपए है।

परिवार की अंतर कलह से बेफिक्र प्रतीक यादव नीली रंग की इस खूबसूरत कार से लखनऊ की सड़कों की शान बढ़ाते हुए नजर आए। इसी बीच वह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के के घर के सामने से भी होकर गुजरे। प्रतीक यादव के स्पोट्र्स कार चलाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में बेहद सक्रिय विपक्षी पार्टियों को सपा को चुनाव में घेरने का अच्छा मौका मिल गया है। इतालवी स्पोर्ट्स कार 5200 सीसी पॉवर में 10 सिलेंडर इंजन लगा हुआ है। यह कार 325 किलोमीटर/प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ती है।

मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव को सपा मुखिया बेहद प्यार करते हैं। इसके बाद भी साधना यादव का अपने पुत्र प्रतीक यादव को चुनावी मैदान में लांच करने का सपना लगातार टूटता रहा है। मुुलायम सिंह यादव ने प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव को लखनऊ कैंट में सपा के चेहरे के रूप में पेश किया है। जहां से अपर्णा यादव यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी। प्रतीक की पत्नी अर्पणा यादव समाजिक कार्यकर्ता के साथ लखनऊ के कैंट सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रही हैं।

गौरतलब है कि चुनाव आयोग में बीते परसों मुलायम सिंह यादव और अखिलेश गुट की तरफ से साइकिल सिम्बल को लेकर दी गई दलील पूरी हो गई थी। चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद फैसले को सुरक्षित रख लिया है।

लेम्बोर्गिनी में क्या है खास

लेम्बोर्गिनी स्पोट्र्स सुपरकार है। इस गाड़ी का नाम एक फाइटिंग बुल के नाम पर आधारित है। इस कार में कार्बन फाइबर स्प्लिट रूफ पैनल्स हैं। 6.5 लीटर पेट्रोल इंजन है। जो 700 पीएएस की मैक्स पॉवर व 689 एनएम का पीक टॉर्क है।

प्रतीक यादव हैं राजनीति से दूर

राजनीति से दूर प्रतीक यादव अपने व्यवासायिक जीवन में व्यस्त हैं। लखनऊ में उनके अपने जिम हैं साथ ही खुद फिटनेस ट्रेनर भी हैं। उनका राजनीति से कोई नाता नही है लेकिन नवम्बर, 2012 में कुछ सपा कार्यकर्ता सपा कार्यालय में घुसकर लोकसभा चुनाव में प्रतीक को आजमगढ़ से टिकट दिए जाने की मांग करने लगे थे। प्रतीक की मां और मुलायम की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता और चाचा शिवपाल ने भी इस बात का समर्थन किया था, हालांकि तब प्रतीक को टिकट नहीं दिया गया। प्रतीक मीडिया और राजनीति से दूर ज्यादातर समय शारीरिक और मानसिक फिटनेस में लगाते हैं। परिवार के हालिया विवाद से दूर अपने बिजनेस में ब्यस्त हैं। बहरहाल, उनकी इस पांच करोड़ी कार की सवारी ने उन्हें एक बार फिर चर्चा में ला दिया है।

 

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