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महंगा पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए हो जाइए तैयार, इस वजह से जल्द ही बढ़ने वाले हैं दाम

भारत करीब रोजाना 19 लाख बैरल कच्‍चे तेल का आयात करता है। इस खबर को भारत जैसे देशों के लिए खराब माना जा सकता है क्‍योंकि अभी भी भारत जैसे कच्‍चे तेल के लिए दूसरे देशों पर ही निर्भर हैं।

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पूरी दुनिया को तेल की आपूर्ति करने वाले देशों के संगठन ओपेक ने संकेत दिया है कि जल्द ही अब दुनिया को मिल रहे सस्ते पेट्रोल और डीजल की सुविधा अब खत्म हो जाएगी।

उसके इस संकेत से नए साल (2017) में भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ने वाली हैं। बड़ी बात ये है कि ओपेक के दिग्गज देश सऊदी अरब और इराक जो कि पूरी दुनिया को 40 फीसदी तेल की आपूर्ति करते हैं ने बीते गुरुवार को इस बात का संकेत दे दिया है।

मीडिया में चल रही खबरों की माने तो आने वाले दिनों में सऊदी अरब 7 फीसदी तक अपनी कच्‍चे तेल की आपूर्ति को कम कर सकता है। वहीं दूसरी तरफ भारत को दूसरे सबसे बड़े तेल निर्यातक देश इराक ने भी कच्‍चे तेल का उत्‍पादन घटाने का फैसला किया है।

भारत करीब रोजाना 19 लाख बैरल कच्‍चे तेल का आयात करता है। इस खबर को भारत जैसे देशों के लिए खराब माना जा सकता है क्‍योंकि अभी भी भारत जैसे कच्‍चे तेल के लिए दूसरे देशों पर ही निर्भर हैं।

भारत सऊदी अरब और इराक से करीब 40 फीसदी कच्‍चे तेल का आयात करता है। ओपेक देशों के बीच नवंबर, 2016 में कच्‍चे तेल का उत्‍पादन घटाने को लेकर सहमति बनी थी। ओपेक देशों ने तय किया था कि कच्‍चे तेल का उत्‍पादन 18 लाख बैरल प्रति दिन घटाने पर सहमति बनी है।

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