स्वार-टांडा तहसील क्षेत्र के कोसी नदी किनारे एक बार फिर जेसीबी गरजने से बालू के ढेर लगने लगे हैं। माफिया की नदी किनारे गतिविधियों से किसान परेशान हैं, पालेज की बुआई में दिक्कत आ रही है, लेकिन धंधेबाज रात-दिन इलाके में धमाचौकड़ी मचाए हुए हैं। वहीं मसवासी चौकी पर दागी स्टाफ की दोबारा तैनाती से खनन के धंधेबाजों का हौसला और बढ़ गया है।
तहसील क्षेत्र के उपनगर मसवासी में दर्जनों स्टोन क्रेशर संचालित हैं। विगत दिनों पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से जहां कुछ हद तक कोसी नदी के घाटों पर हो रहे अवैध खनन पर अंकुश लगा था लेकिन विधानसभा चुनाव के चलते आला अधिकारी चुनाव के तैयारियों में लगे हैं। वहीं खनन के धंधेबाज बेखौफ होकर कोसी नदी के घाटों पर अपने खनन के काम को अंजाम देने में लगे हैं।
आखिर खनन शुरू हो भी क्यों नहीं क्योंकि पुलिस अधीक्षक द्वारा विगत तीन माह पूर्व खनन की शिकायत पर स्थानांतरित हुए पुलिस कर्मियों की तैनाती फिर से कर दी गई है और मसवासी चौकी की कमान तत्कालीन चौकी इंचार्ज मोहम्मद अब्बास को पदावनत कर ढकिया पुलिस चौकी से स्थानांतरण कर उपनिरीक्षक हरिओम को फिर से सौंप दी गई। एक बार फिर से कोई नदी घाटों पर अवैध खनन का कारोबार धड़ल्ले से शुरू हो गया है। एसडीएम गजेंद्र कुमार ने बताया कि कोसी नदी के घाटों पर खनन की शिकायत मिल रही है। कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं।